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गोल्डन दौर का दयावान - विनोद खन्ना की आत्मा वृहमांड में लीन

गोल्डन दौर का दयावान अब यादों में - नहीं रहा मन का मीत

काफी समय से बीमार चल रहे थे, आज २७ अप्रैल को बहुत ही दुखद समाचार सुनने के लिए मिला, आज लम्बी बीमारी के बाद विनोद खन्ना का निधन की खबर आई, उन्होंने करीब 141 फिल्मों में काम किया वो करीब करीब ७० साल के थे, कुछ समय वो अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में मंत्री भी बने थे. पिछले कुछ दिनों से मुंबई के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. कुछ समय पहले उनकी एक तस्वीर पर सामने आई थी, जिसमें वे काफी कमजोर और बीमार नजर आ रहे थे. विनोद खन्ना ने बतौर विलेन फिल्म इंडस्ट्री में करियर की शुरुआत की थी. हालांकि एक समय वह ओशो से प्रभावित होकर संन्यास भी ले लिया था. बाद में उन्होंने फिर वापसी की


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सदाबहार अभिनेता विनोद खन्ना को सुनील दत्त से मिलने का मौका मिला उन्होंने मन का मीत में विनोद को सहनायक का रोल दिया, लेकिन माँ ने एक शर्त पर काम करने दिया अगर दो साल फिल्म्स में सफल नहीं हुए तो घर का व्यवसाय करोगे बस इस तरह विनोद ने सिने करियर में अपना दखल कर दिया और बेहतरीन काम करके अपना नाम कमाया, विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 पेशावर (पाकिस्तान) में जन्में । उनके पिता का टेक्सटाइल, डाई और केमिकल का बिजनेस था। विनोद खन्ना के पांच भाई बहन हैं जिसमें एक भाई और तीन बहने हैं। वे विनोद बचपन में बेहद शर्मीले थे, स्कूल के दौरान उन्हें एक टीचर ने जबरदस्ती नाटक में उतार दिया और उन्हें अभिनय की कला पसंद आई। बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई के दौरान विनोद खन्ना ने 'सोलवां साल' मुगल-ए-आज़म' जैसी फिल्में देखीं, इन फिल्म्स ने खन्ना जी को प्रभाबित किया, विनोद खन्ना ने ओशो के साथ ५ साल रहे, 1997  में राजनीती ज्वाइन की और बीजेपी ज्वाइन की, विनोद खन्ना के पसंदीदा अभिनेता राजेश खन्ना थे 


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विनोद खन्ना के पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा फिल्मों में काम करें पर विनोद की जिद के आगे वे उनको झुका पड़ा उन्होंने पिता को मना भी लिया और बढियाँ काम भी किया 
 हेराफेरी, खून पसीना, अमर अकबर एंथोनी, मुकद्दर का सिकंदर ब्लॉकबस्टर साबित हुईं।    1987 में उन्होंने 'इंसाफ' फिल्म से वापसी की। चार-पांच साल तक नायक बनने के बाद विनोद धीरे-धीरे चरित्र भूमिकाओं की ओर मुड़ गए।   
1999 में विनोद खन्ना को उनके इंडस्ट्री में योगदान के लिए फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया था।   

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