मर कर भी निभाई दोस्ती - फ़िरोज़ खान और विनोद खन्ना ने
जी हाँ हम बात कर रहे हैं ऐसे दो दोस्तों की जिन्होंने जीते जी भी दोस्ती निभाई और मर कर भी.. हालाँकि दोनों के मृत्युकाल में करीब आठ साल का फ़र्क आया मगर तारिख़ एक ही थी जी हाँ मनहूस दिन २७ अप्रैल का है जब दो दिग्गज कलाकार इस दुनिया से रुखसत हो गए
फ़िरोज़ ख़ान का जन्म 25 सितंबर 1939 को बंगलौर में हुआ, फ़िरोज़ खान हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता थे। उन्होंने लंबी फिल्मी पारी खेली, फ़िरोज़ खान अपनी खास शैली, अलग अंदाज और किरदारों के लिए जाने जाते रहे, फिल्मों में कहीं वो एक सुंदर हीरो की भूमिका में हैं तो कहीं खूंखार विलेन के रोल में.दोनों हीं चरित्रों में फिरोज खान जान डाल देते थे
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कई फिल्म्स में साथ में काम किया दोनों ने, हम बात कर रहे हैं फ़िरोज़ खान और विनोद खन्ना की, फ़िरोज़ खान ने फिल्म धर्मात्मा, जानबाज, कुर्बानी, दयावान जैसी फिल्मों में काम किया
इन फिल्म्स ने उन्हें शोहरत दिलाई. काफी दिनों तक कैंसर से जुझ रहे फिरोज खान ने बंगलौर के अपने फार्म हाउस में 27 मई,2009 की रात आखिरी सांस ली, तो वहीँ विनोद खन्ना ने कल यानि 27th अप्रैल 2017 को कैंसर से लड़ते हुए आखिरी सांस ली
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एक ही दिन दोनों का जाना ही तय करता है की ये दोस्ती कमाल की थी
ऋषि कपूर ने अपने ट्वीट्स पर इस बात को लिखा और कहा ये एक संयोग ही है जब एक ही दिन दो लोग दुनिया से रुखसत कर गए
Strange coincidence. Friends Vinod Khanna and Feroz Khan die the same day 27th April. Khan sahab passed away 27th April 2009 Bangalore.— Rishi Kapoor (@chintskap) April 27, 2017
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