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14th अप्रैल शमशाद बेग़म के जन्मदिन पर विशेष

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बूझ मेरा क्या नाम रे नदी किनारे गाँव रे...
                 
शमशाद बेगम के जन्मदिन पर विशेष

सुरों की मलिका शमशाद बेगम की आवाज में एक ऐसी कशिश, तीखापन, खनक, माधुर्य एवं सम्मोहन था जो श्रोताओं को बरबस ही मंत्रमुग्ध कर दिया करता था। हिन्दी सिनेमा की शुरूआती पार्श्व गायिकाओं में से एक शमशाद ने जब फिल्मों के लिए गाना शुरू किया तब सुरैया व नूरजहाँ जैसी स्थापित गायिकाएं फिल्म इंडस्ट्री में थीं। ऐसे दौर में अपनी पहचान बनाना बेहद मुश्किल था।  उन्होंने चालीस व पचास के दशक में अपनी दिलकश आवाज का ऐसा जादू बिखेरा कि संगीत प्रेमी उनके दीवाने हो गये। उनकी गायकी खुदा की अनमोल नेमत थी।

14 अप्रैल को पंजाब के अमृतसर  में जन्मी शमशाद को संगीत विरासत में तो नहीं मिला पर गीत संगीत का शौक उन्हें बचपन से ही था। मात्र पांच वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने स्कूल व शहर में अपनी पहचान बना ली। उन्हें फिल्में देखने व गीत सुनने का बेहद शौक था। के एल सहगल उनके पसंदीदा गायक थे। एक बार उनके चाचा उनके हुनर से प्रभावित होकर शमशाद को एक ग्रामोफोन रिकार्ड कंपनी में लेकर गये जहां संयोग से उनकी मुलाकात गुलाम हैदर से हुई। हैदर साहब ने जब उन्हें सुना तो इतने प्रभावित हुए कि तुरंत बारह गानों का एग्रीमेंट कर लिया। शमशाद बेगम ने आल इंडिया रेडियो के लिए भी काम किया जिससे उनकी पहचान घर -घर बन गई।

1943 में  "तकदीर " फिल्म में शमशाद व नौशाद  ने मिलकर नई इबारत लिखी। उसके बाद यह जोड़ी बहुत हिट हुई और दोनों नें मिलकर एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत सिने प्रेमियों को दिए। नौशाद के अलावा ओ पी नैय्यर ने शमशाद की आवाज का बेहतरीन इस्तेमाल किया। नैय्यर साहब के अनुसार शमशाद की आवाज मंदिर में बजने वाली घंटी की तरह थी।

शमशाद बेगम के सुपरहिट गीतों में लेके पहला- पहला प्यार, कजरा मोहब्बत वाला, रेशमी सलवार कुर्ता, कभी आर कभी पार, कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना,  होली आई रे कन्हाई, मेरे पिया गए रंगून, ओ गाड़ी वाले गाड़ी, मिलते ही आँखें दिल हुआ,  सैंया दिल में आना रे, छोड़ बाबुल का घर, पी के घर आज प्यारी, चमन में रह के वीराना, ना सोचा था ये दिल लगाने से पहले, ना बोल पी- पी मोरे अंगना व प्यार के जहान की निराली सरकार है आदि शामिल हैं।

पद्म भूषण से अलंकृत इस दिलकश गायिका को उनके जन्मदिन पर भोर सुहानी की ओर से हार्दिक श्रद्धाँजलि एवं कोटिश: नमन


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