मैं खुशबू ... मैं सुरभि बनके बिखर रही हूँ
प्यार बनके उमड़ रही हूँ
बहार बनके सँवर रही हूँ
खुशबू की तरह ... मैं सुरभि बन बिखर रही हूँ
तुम बाहों में आ जाओ
हम दिन रात ही जलते हैं
तमन्ना बनके, क़यामत बनके
ज़ज़्बात मचलते, हम फिर भी संभलते
मोहब्बत सी मैं उमड़ रही हूँ
प्यार बनके उमड़ रही हूँ
बहार बनके सँवर रही हूँ
खुशबू की तरह ... मैं सुरभि बन बिखर रही हूँ
...singer - खुशबू जैन
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