पैसा नहीं, दिल मायने रखता है - अमिताभ बच्चन - 'शमिताभ' दिल के करीब
व्यवसायिकता के चलते आज के दौर में, बॉलीवुड में अभिनेता अपने किसी की काम के लिए ज़रूरत से ज्यादा पैसा लेते हैं, ऐसे में अगर कोई मुफ़्त में काम करें तो उसे सलाम करने को दिल चाहता है
यहाँ बात या तो पसंद की है या फिर दिल आने की, ऐसे ही एक कहानी पर दिल आ गया सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का
जी हाँ उन्हें शमिताभ की कहानी इस क़दर पसंद आई की उन्होंने इस फ़िल्म में अभिनय के लिए कोई भी पारिश्रमिक नही लिया ... एक महानायक ही ये कर सकता है
आप इस फ़िल्म को अमिताभ बच्चन साहब के जन्मदिन का तोहफा भी मान सकते हैं जो उन्होंने अपने करोड़ो फैंस ने नाम कर दिया, दरअसल आर बाल्की ने शमिताभ की कहानी के बारे में उनके जन्मदिन पर ही बताया था, ये तो जग जाहिर की बात है की आर बाल्की के साथ अमित जी के रिश्ते मजबूत और पुराने है
आर बाल्की के साथ अमित जी शमिताभ से पहले भी दो बेहतरीन फ़िल्मे करे चुके है - जी हाँ "पा" और "चीनी कम" ..... आइये मिलते है उसी दिलदार शमिताभ से इस हफ़्ते ...
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